आगरा. दो दिन पहले उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली अध्यक्ष चुनी गईं दरवेश यादव की बुधवार को साथी वकील ने गोली मारकर हत्या कर दी।
आगरा बार काउंसलिंग की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव को न्यायपालिका दीवानी में साथी अधिवक्ता ने मारी गोली दरवेश यादव की मौत आरोपी अधिवक्ता ने भी अपने आप को गोली से उड़ाया हालत गंभीर पुष्पांजलि में कराया भर्ती।भारी मात्रा पुलिस फोर्स और अधिवक्ता मौके पर मौजूद।
यूपी बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष चुने जाने के बाद बुधवार को दीवानी परिसर में उनके स्वागत का कार्यक्रम चल रहा था। नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चैंबर में बैठी हुई थीं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एडवोकेट मनीष बाबू शर्मा उसी समय दरवेश के पास पहुंचे और उन पर लाइसेंसी पिस्टल से एक के बाद एक तीन राउंड फायर कर दिए। इसके बाद एडवोकेट मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली। दरवेश यादव को गंभीर हालत में पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, एडवोकेट मनीष शर्मा भी अस्पताल में भर्ती हैं। दरवेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
दो दिन पहले ही बनी थीं अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के चुनाव में अध्यक्ष पद का चुनाव जीतकर दरवेश यादव ने वकीलों की राजनीति में बड़ा मुकाम बनाया था। दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की वह अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। यूपी बार काउंसिल के इतिहास में वे पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। यूपी बार काउंसिल के प्रयागराज में हुए चुनाव में दरवेश यादव ने जीत दर्ज की थी। दरवेश यादव के नाम एक रिकॉर्ड यह भी था कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वे अकेली महिला थीं।
रिटायर्ड डिप्टी एसपी की बेटी थीं दरवेश
दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। रिटायर्ड पुलिस क्षेत्राधिकारी की बड़ी पुत्री दरवेश वर्ष 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी चुनी गई थीं। वे पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं। तभी से बार काउंसिल में सक्रिय रहीं। उन्होंने आगरा कॉलेज से विधि स्नातक की डिग्री हासिल की। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से एलएलएम किया और 2004 में वकालत शुरू की थी।
नेशनल एंटी करप्शन न्यूज़ चैनल ब्यूरो चीफ संजय शर्मा फिरोजाबाद
