बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट:
मधुबनी। बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा इसबार बहुत कड़ाई से ली जा रही जा रही है। विद्यार्थियों के जूते-चप्पल ही नहीं सरकार कपड़े भी उतरवा रही है। जी हां, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि मधुबनी जिले से सामने आया है। उसे देखकर किसी भी परिजन या अभिभावक के खून खौल जायेंगे। कदाचार मुक्त परीक्षा की आड़ में ये किस तरह की चेकिंग हो रही हैं। जहां पुरुषों के सामने लड़कियों के कपड़े उतारे जा रहे हैं।
DCLR की गंदी नियत
घटना बिहार के मधुबनी जिले की है। जहां गोरगमा स्थित परीक्षा केंद्र से एक ऐसा मामला सामने आया है।जो सरकारी तंत्र व्यवस्था पर काला धब्बा है। दिख रहे शख्स को फूलपरास अनुमंडल के डीसीएलआर महेश्वर प्रसाद बताया जा रहा है। जो चीट चेकिंग के नाम पर लड़कियों के कपड़े उतरवा रहा है। जिले में यह मामला। तेजी से फैल रहा है।
दुपट्टा तक शरीर से उतरवाया
इस अभद्र तरीके से चीट चेक करने का दावा किया जा रहा है कि फूलपरास अनुमंडल के डीसीएलआर महेश्वर प्रसाद खुद लड़कियों के कपड़े उतरवाए जा रहे हैं। लड़कियों के स्वेटर, कोट और दुपट्टे तक शरीर से निकाल कर चेक किया जा रहा है।खुद डीसीएलआर महेश्वर प्रसाद परीक्षा हॉल में मोबाइल से बात भी करते हुए नजर आ रहे हैं।जबकि सेंटर के अंदर मोबाइल के प्रवेश पर प्रतिबंध है।
कार्रवाई की उठी मांग
इस मामले में एसडीओ और परीक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है। बता दें कि इंटर की परीक्षा सख्ती से लिए जाने की सरकार दावा कर रही है। लेकिन फिर भी कुछ परीक्षार्थी चीट एग्जामिनेशन हॉल में लेकर चले जा रहे हैं।शायद इसलिए ही अब तक 150 से अधिक बच्चे एग्जाम में एक्सपेल्ड हो चुके हैं।