अभी सिर्फ कुछ दिन पहले तक यह स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा की केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दलितों पिछड़ों और किसानों के लिए किए गए तमाम उपलब्धियों और कार्यों के बारे में जनता को बता रहा थे यही स्वामी हैं बेटे को टिकट नहीं मिलने के आसार पर तिलमिला गये।आखिर कब तक जनता को दल बदलूराम बनके ये नेता जाति धर्म पर बेचते रहेंगें आज हर पार्टी के नेता अपने उल्लू सीधा करने में परेशान हैं जनता जनार्दन को कब तक ये मूर्ख बनायेंगें।