बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
बाहर से आये लोगो की जानकारी हेल्पलाइन पर देना एक युवक को पड़ा मंहगा,लोगों ने हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी देने वाले युवक को पिट-पीटकर मार डाला।
ये घटना मधौल (रामनगर),थाना-रुन्नीसैदपुर जिला सीतामढ़ी की है जहाँ बाहर से आने वाले लोगों की सुचना देने वाले युवक को हेल्पलाइन नंबर के द्वारा सौगात में मौत भी मिल गयी। युवक की मौत की के बाद एसपी अनिल कुमार ने सफाई देते हुए कहा, दिनांक29/03/2020 की संध्या लगभग 06:30 बजे बबलू कुमार की स्थानीय युवकों के साथ हाथापाई हो गई थी। इस संबंध में मृतक के भाई गुड्डू सिंह द्वारा दिनांक 30.03.2020 को एस0के0एम0सी0एच0 मुजफ्फरपुर में फर्द बयान के आधार पर छह नामजद व्यक्तियों के विरुद्ध कांड दर्ज कराई गई है।
आगे एसपी अनिल कुमार ने कहा की दर्ज कराई गई प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि मृतक द्वारा हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर कोरोना कि जाँच के लिए सूचित किया गया था जिसके कारण यह घटना घटित हुई है ।जबकि अभी तक के जांच के क्रम में यह बात प्रकाश में आई है कि एक स्थानीय पत्रकार द्वारा दी गई सूचना के आलोक में उक्त गांव में दिनांक 27.03.2020 को मेडिकल टीम के द्वारा भ्रमण किया गया था। भ्रमण के दौरान एक अभियुक्त मुन्ना महतो, पिता – ठागा महतो का जांच किया गया था।
गौरतलब हो कि ऐसे काफी मामले हैं जिसमे लोगो ने खुद जिला प्रशासन के नंबर पर फोन कर बाहर से आये लोगो की सूचना दी है,इतना ही नही कई मामलों में तो स्वयं परिजनों द्वारा भी सूचना दी है, यहाँ तक कि कई परिजनों ने स्वयं बाहर या विदेश से आये अपने बच्चों एवम सगे-संबंधियों को सदर अस्पताल में लाकर उनका स्क्रीनिंग एवम प्राथमिक जाँच करवाया था , जिसका स्थानीय मीडिया ने काफी प्रमुखता के साथ इस खबर को छापते हुए परिजनों की प्रशंसा भी की है।इस कांड के मृतक बबलू कुमार के द्वारा स्थानीय प्रशासन को कोरोना के लिए सूचना देने की पुष्टि नहीं हो पाई है। इस सबंध में रुन्नीसैदपुर थाना कांड संख्या- 150/2020, दिनांक – 30.03.2020 धारा -341/ 323 302/34 भा0द0वि0 का कांड अनुसंधान किया जा रहा है। अभी तक इस कांड में नामजद अभियुक्त-01-मुन्ना महतो,02- सुधीर महतो दोनों पिता- ठागा महतो सा0-मधौल (रामनगर), थाना-रुन्नीसैदपुर, जिला- सीतामढ़ी है को गिरफ्तार किया गया है।
कोरोना वैश्विक महामारी जैसी घड़ी में जनप्रतिनिधि,मीडिया प्रतिनिधि सहित समस्त जिलेवासियों ने जिस तरफ एकजुटता दिखाई है,और समय-समय सरकार द्वारा जारी दशा निर्देश का पालन किया है,उसके बाद ऐसी घटना की सच्चाई पर निश्चित रूप से सवाल खड़ा होते उठ रहा है।