गया- जिलाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा द्वारा गया- झारखंड बॉर्डर बिंदु चोरदाहा का निरीक्षण किया गया। यह बॉर्डर बिहार के गया जिला के बाराचट्टी प्रखंड एवं झारखंड के हजारीबाग जिला के चौपारण पुलिस चौकी के बीच का बॉर्डर है। चुकी यह बॉर्डर अंतर्राज्यीय बॉर्डर है, इसलिए यहाँ पर विशेष चौकसी की आवश्यकता है। वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी द्वारा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने उपस्थित पुलिसकर्मियों से वाहनों की जांच की विस्तृत जानकारी ली। उपस्थित पुलिसकर्मी द्वारा बताया गया कि आठ आठ घंटों की तीन पालियों में निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि 1 दिन में लगभग 130 वाहन झारखंड से गया जिला एवं गया जिला से झारखंड बॉर्डर क्रॉस करता है। जिनमें लगभग 30 से 35 वाहन पब्लिक की रहती है बाकी सब ट्रांसपोर्टेशन की वाहन रहती है। पब्लिक वाहन की जांच के संबंध में बताया गया कि एसडीओ द्वारा निर्गत पास या अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा निर्गत पास से वाहन को झारखंड बॉर्डर से गया जिला में प्रवेश दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने उपस्थित दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिए कि एक जिला से दूसरे जिला में प्रवेश के लिए संबंधित जिलाधिकारी या डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ही पास निर्गत करेंगे, किसी भी परिस्थिति में अनुमंडल पदाधिकारी या कोई भी पदाधिकारी द्वारा निर्गत पास को वैध नहीं माना जाएगा। उसे बॉर्डर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को चोरदाहा बॉर्डर पर हाई रेजुलेशन वाला सीसीटीवी कैमरा 24 घंटे के अंदर लगाने के निर्देश दिए साथ ही इसका मॉनिटर भी नजदीक में ही संस्थापित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा जितने भी वाहन को प्रवेश दिया जाता है उन सभी गाड़ियों के नंबर टाइमिंग सहित डायरी में एंट्री की जाती है। जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी बाराचट्टी को सभी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारी को ग्लब्स एवं सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ये अंतर्राज्यीय क्षेत्र से आने वाले सभी गाड़ियों की जांच करते हैं इसलिए ये ग्लब्स पहनकर अपनी सुरक्षा रखेंगे। उन्होंने कहा कि सभी वाहनों की जांच अनिवार्य रूप से होनी चाहिए जो भी वाहन आते हैं उसका पूरा डिटेल लेना अनिवार्य है। कौन वाहन कहां से आया है और कहां जाएगा यह सभी डायरी में अंकित रखेंगे।
उन्होंने कहा कि मालवाहक वाहन का भी विशेष सतर्कता से जांच करेंगे, क्योंकि ऐसा हो सकता है कि मालवाहक वाहन में कोई व्यक्ति दूसरे राज्य में प्रवेश करने की कोशिश करें। इसके उपरांत हजारीबाग जिले से आ रही वाहन जो एसबीआई के कर्मचारी थे अपने वाहन पर एसबीआई का टैग लगाए हुए थे। वाहन को रोकने पर उनसे जानकारी ली गई कि आप गया जिले के बॉर्डर में प्रवेश क्यों कर रहे हैं तो बताया गया कि वे हजारीबाग से गया जाना चाह रहे हैं जबकि उनका पोस्टिंग पटना जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। वरीय पुलिस अधीक्षक ने वाहन मालिक को फटकार लगाया एवं बाराचट्टी थाना अध्यक्ष को अविलंब प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया वरीय पुलिस अधीक्षक ने एसबीआई के कर्मचारी को चेतावनी दी कि यदि वह वाहन तुरंत वापस हजारीबाग नहीं लेंगे तो उन पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। एसबीआई के कर्मचारी द्वारा वाहन को वापस हजारीबाग मोड़ना पड़ा। जिलाधिकारी ने उपस्थित मजिस्ट्रेट को वाहन संख्या BR29AJ 8590 नोट करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि अगली बार यह वाहन वापस बॉर्डर क्रॉस करेगी तो इस पर प्राथमिकी दर्ज करेंगे। जिलाधिकारी ने उन्हें चेतावनी दी लॉक डाउन के नियमों का पालन करें यदि उल्लंघन करेंगे तो वाहन को भी जप्त कर लिया जाएगा। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने बॉर्डर पर पुलिस कर्मियों के लिए लगाए गए टेंट की अच्छी तरह मरम्मती करवाने, पंखा लगाने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी बाराचट्टी को दिया। जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया कि मेडिकल एवं आवश्यक वस्तुओं के वाहन को छोड़कर अन्य कोई भी वाहन हो चाहे वह बैंक की भी गाड़ियां क्यों न हो।
सभी की जांच करने के बाद ही प्रवेश करने देंगे।इसके उपरांत जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने चतरा बॉर्डर का मुआयना किया। चतरा बॉर्डर पर उपस्थित पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि इस इलाके से ज्यादातर मरीज का इलाज कराने के लिए लोग जाते हैं। जिलाधिकारी ने पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जांच पड़ताल के लिए रेंडमली संबंधित डॉक्टर या हॉस्पिटल को कॉल करके वेरीफाई कर लिया करेंगे कि बॉर्डर में प्रवेश करने वाला व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि पब्लिक वाहन को बिना कारण जाने बगैर प्रवेश नहीं देंगे। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी सदर को चतरा बॉर्डर के समीप पुलिस पदाधिकारी एवं दंडाधिकारी के लिए टेंट लगवाने के निर्देश दिए। वहाँ उपस्थित पुलिसकर्मी द्वारा बताया गया कि उपयुक्त स्थल पर लॉ एंड आर्डर के लिए प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट उपस्थित नहीं रहते हैं। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को संबंधित पदाधिकारी का नाम भेजवाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत उन पर सीधे तौर पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को कंप्यूटर ऑपरेटर की संख्या और बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि राशन कार्ड तेजी से बन सके। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी को निर्देश दिया कि सब्जी मंडी एवं भीड़-भाड़ वाले एरिया में गश्ती लगातार करेंगे साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कराएंगे।
अभिजीत कुमार
डिविजनल ब्यूरो चीफ
मगध प्रमंडल-गया, बिहार