बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट :-
समस्तीपुर जिला के सभी निजी विद्यालयों के संचालक एवं सरकारी विद्यालयों के शिक्षक डीएम के आदेशों का धज्जियाँ उड़ाते दिख रहे हैं। जहाँ निजी विद्यालयों का वर्ग 01 से 08 तक संचालन किया जा रहा हैं । वहीं सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपने अपने विद्यालय में ताला लगाकर छुट्टी मना रहे हैं जबकि डीएम के आदेशानुसार डीईओ ने पत्र जारी किए हैं कि विद्यालय में 1 से 8 तक का वर्ग संचालन नहीं करना है। वहीं सभी शिक्षक एचएम सहित विद्यालय में उपस्थित रह कर विद्यालय से संबंधित अन्य कार्य को संपादित करें । यह मामला एक जगह की नहीं है बल्कि, जिले के रोसड़ा, हसनपुर, सिंघीया एवं बिथान प्रखंड में यह देखने को मिला है। समस्तीपुर जिलाधिकारी के आदेशानुसार सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय में वर्ग 1से 8 तक का पठन पाठन पूर्णतः बंद रहेगा। परंतु निजी विद्यालयों में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। इस कड़ाके की ठंड में भी शिशु वर्ग 1से 8 तक के लिए विद्यालय खुली है और निजी विद्यालय में पढ़ाई भी होती है। वहीं विद्यालय सुबह के 8 बजे से ही संचालित भी हो रहा है। इस भयानक ठण्ड में अगर किसी बच्चे को ठंड लग जाता हैं तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा ?
क्या सरकार उठाएगी या डीएम या फिर निजी विद्यालय के संचालक इसकी जवाबदेही उठाएंगे ? क्या इन निजी विद्यालयों के लिए जिलाधिकारी का आदेश कोई माईने नहीं रखता है ?
क्या निजी विद्यालयों के संचालक अपनी मनमानी करते रहेंगे ?
अगर निजी स्कूलों के संचालक अपनी मनमानी करते रहेंगे तो आखिर कब तक ?
क्या विभाग के कोई भी अधिकारी इसका सुधि लेने वाले नहीं है ?
वहीं इस मामले में निजी विद्यालय के छात्रों के परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रबंधक क्या सोच कर विद्यालय का संचालन कर रहे हैं ।बच्चे बोलते हैं कि विद्यालय खुली हुई हैं इसलिए हमलोग अपने बच्चों को ससमय विद्यालय भेज देते हैं । जबकि ठंड इतना अधिक है कि हमलोग खुद भी सुबह 9 बजे के बाद ही घर से बाहर किसी काम के लिए भी निकलते हैं ।