बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
बाजीतपुर बट रहा बारूद के ढेर पर प्रशासन लगा रहा आग आमजन सुलझाने की कर रही मांग।
समस्तीपुर बेगूसराय सीमावर्ती क्षेत्र बाजीतपुर गांव से मामला सामने आया है जमीनी विवाद को लेकर सीपीएम एवं सीपीआई का नेता आपस में ही उलझ गया है।
मामला जमीन का हैं बताया जा रहा है बाजितपुर में नयानगर के जमींदार के 241 बीघा जमीन हैं।
जिस पर कई वर्षों से सीपीएम के कार्यकर्ताओं एवं ग्रमीणों के मदद से जमीदार की भूमि को भूमि हीन लोगों को आसियान बनवा दिया गया।
विवाद इतनी तूल पकड़ लिया कि इस विवाद में जागेश्वर साहू की जान भी चला गया कई घायल भी हुए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में छौड़ाही अंचल अधिकारी द्वारा विवादित भूमि को सुलझाने के लिए तीन भाग में बाँट दिया गया।
बाजितपुर सीपीएम के शाखा मंत्री मुन्ना ठाकुर ने बताया की 241 बीघा जमीन में 80 बीघा जमीन जमींदार को दिया गया, 80 बीघा जमीन सीपीएम नेता को दिया गया, 80 बीघा सीपीआई नेता को दिया गया
अंचल अधिकारी ने एक शर्त के साथ जमीन दिया की इस पर जोत आबाद होगा भवन निर्माण नहीं होगा शर्त ये भी था की पर बीघा 5 हजार रुपैया नजारत में जमा करना होगा।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा की जो व्यक्ति नजारत में पैसा जमा नहीं करेंगे उन से जमीन वापस ले लिया जायेगा।
मुन्ना ठाकुर ने ये भी बताया की 85 हजार रुपये वह जमा भी किए हैं।साथ ही उन्होंने ये भी बताया की सीपीआई के नेता पैसा जमा नहीं किया है। जमींदार भी रुपैया जमा नहीं किया है। सरकार के राजस्व का घाटा है।
अंचला अधिकारी द्वारा ये कहा गया है कि सिर्फ फसल उगाना है मकान नहीं बनाना है।
वही पूर्व मुखिया एवं सीपीएम नेता सीता राम दास ने बताया की 80 बीघा भूमि जो सीपीएम के नेता को जो दिया गया है उस भूमि में सीपीआई के कार्यकर्ता द्वारा भवन निर्माण करने की कार्य कर रहा था ।जिसे रोकने के एवज में और लोग मारपीट एवं गाली गलौज किया कई बार जानलेवा हमला भी किया इसकी शिकायत छौड़ाही ओपी थाना में भी लिखित आवेदनत दी गई लेकिन छौड़ाही ओपी अध्यक्ष ₹10 हजार रुपए का डिमांड किया ₹10 हजार रुपए नहीं दिए तो मेरे आवेदन को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया। उसके बाद पुनः जानलेवा हमला किया गया तो एसपी साहब के यहां लिखित शिकायत की गई पश्चात अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने ये भी बताया कि छौराही ओपी अध्यक्ष ओम प्रकाश पुलिस वलों के साथ मिलने के लिए सीपीएम कार्यालय पर आया और मिलने के बाद समझा-बुझाकर चला गया। इससे साफ जाहिर होता है कि वे लोग दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं कभी भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना का अंजाम दे सकता है।
पूर्व मुखिया एवं सीपीएम नेता सीता राम दास अपनी जान माल की रक्षा हेतु सीपीएम कार्यालय में अपनी आशियाना बनाए हुए महीनों बीत जाने के बाद भी उन्हें निराशा महसूस हो रही है। न्याय नहीं मिली है लोगों को प्रशासन एवं सरकार पर से विश्वास हटते जा रहे हैं ।क्योंकि जब एक लोगों की जान की रक्षा नही हो पा रहा हैं।
आरोपी खुलेआम अपनी कारोबार तथा दबंगता से दबंगई करते खुलेआम घूम रहे हैं । मुन्ना ठाकुर का कहना है दुर्गा महारानी गणेश जी महाराज के नाम से जो भी जमीन है गरीबों में बांटा जाए समस्तीपुर न्यायालय से 54 बीघा अधिशेष जमीन जमींदार से बाहर की है वह जमीन सरकार की है जिसे बांटने की मांग मुन्ना ठाकुर ने किया है ।प्रशासन के ऊपर भी हमला की जा रही है फिर भी प्रशासन क्यों मौन हैं।