*भ्रष्टाचार का शिकार आम आदमी*
*जिंदा वृद्धा को दिखाया मृत, वृद्धा भटक रही दर-दर*
लॉकडाउन के बाद आम आदमी की कमर वैसे ही टूटी हुई है .वही जिम्मेदार भी आम आदमी को परेशान करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. जहां आम आदमी दो वक्त की रोटी के लिए जद्दोजहद कर रहा है .वही जिम्मेदार आम आदमी के साथ परेशान करने से बाज नहीं आ रहे.एक ऐसा ही मामला तहसील क्षेत्र के जहांगीराबाद गांव में देखने को मिला. जहां पिछले छह-सात माह से एक वृद्धा अपने लड़के के साथ अधिकारियों की चौखट में भटक रही है पर उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो पा रही है. जहां जिम्मेदारों ने लापरवाही करते हुए जिंदा 90 वर्षीय वृद्धा को मृत घोषित कर दिया. वही वृद्धा अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है.जानकारी के अनुसार जहांगीराबाद गांव की वृद्धा रामदुलारी को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया. जिसके चलते बृद्धा करीब 6 महीने से पेंशन निकालने हेतु बैंक के चक्कर काट रही है. वहीं बैंक अधिकारी जीवित होने का प्रमाण पत्र मांग रहे हैं. जिसके चलते रामदुलारी अपने लड़के के साथ तहसील से लेकर ब्लॉक तक दर-दर की ठोकरें खा रही है. वही सोमवार को एक बार फिर वृद्धा पतारा ब्लॉक गई. जहां अधिकारियों के ना मिलने के चलते मायूस होकर लौट गई. वृद्धा द्वारा बताया गया कि कई बार ग्राम सचिव से उसने अपनी व्यथा बताई.परंतु जिम्मेदारों समस्या का हल नहीं निकल सके. जहां जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते तहसील क्षेत्र में हजारों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वही जिस तरीके से एक 90 वर्षीय वृद्धा को दर-दर भटकया जा रहा है. उससे सरकार द्वारा सबका विकास और सबका विश्वास का सपना कैसे पूरा होगा यह तो जिम्मेदार बता सकते हैं. कानपुर से जिला संवाददाता विपिन कुमार की रिपोर्ट