बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्टः
समस्तीपुर- रोसड़ा को जिला का दर्जा देने की मांग को लेकर युवाओ का चल रहा धरना का आज पांचवा दिन हैं|26 वर्ष पूर्व ठगी का शिकार हुए रोसड़ावासीयो के बीच एक बार फिर जिला की मांग तूल पकड़ ली हैं|स्थानीय राम लखन सिंह उद्यान के सामने चल रही अनिश्चितकालीन धरना के समर्थन में सभी धर्म जाति के आलावा क्या बूढ़ा क्या जवान हर पीढ़ी के लोगो का समर्थन मिल रहा हैं|रोसड़ा को जिला का दर्जा नहीं दिए जाने को लेकर हर वर्ग के लोगो में राजनेताओ के प्रति गुस्सा देखने को मिल रहा हैं|जिला बनाने की मांग को लेकर धरनार्थियों का जत्था चोबीस घंटा धरना पर बैठ कर अपनी आवाज को सरकार तक पहुँचाने के लिए कटिबद्ध हैं|धरना पर बैठे लोगो का कहना था की सरकारों के द्वारा रोसड़ा वासियो को छलने का काम किया हैं|आखिर कब तक रोसड़ा वासियो को छल कर वे अपना राजनीतिक रोटी सकेंगे|धरना पर बैठने वालो में कुमार सुशांत सिंह,मिश्रा विश्व बारूद,अनमोल कुमार,मोहम्मद जसीम,सुमन कुमार,पंकज कुमार,सतीश कुमार,राजा कुमार,लोकेश जी,गोपाल,पंकज सक्सेना,सुदर्शन,गौरव कुमार,मोहम्मद फैसल,संतोष कुमार,मुकुल संदीप आदि सैकड़ो लोग इस धरना में मौजूद थे|बता दें की वर्ष 1994 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा रोसरा को जिला की घोषणा के साथ साथ उद्घाटन की तिथि भी निर्धारित कर दी गई थी|रोसड़ा पूरी तरह से सज धज कर तैयार थी चारो तरफ जिला बनने को लेकर लोगो में खुशी थी|लोग खुशी में झूम रहे थे|उसी समय एक बुरी खबर सुनने को मिली की किसी कारण वस् तत्कालीन सरकार द्वारा उद्घाटन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया हैं|इस खबर से रोसड़ा वासियो के दिलो पर जो दर्द था वो अपने आप में बयाँ कर रही थी|रोसड़ा वासी उस दिन से लेकर आज तक जिला बनने को लेकर इंतजार में हैं|वही राजनेताए धरना स्थल के ठीक सामने कर्पूरी स्टेडियम में आते रहे और रोसड़ा वासियो का ढांढस बांधते रहे|चाहे वे वर्त्तमान सरकार के उप मुख्य मंत्री हो चाहे केंद्रीय विदेश मंत्री हो चाहे सांसद हो या विधायक सभी से रोसड़ा वासियो को धोखा ही मिला|