बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
रोसड़ा नगर पंचायत में स्थाई नियुक्ति सेवा शुल्क संस्था के पत्रांक 13 के तहत दिनांक 9 अप्रैल 2019 द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण मे उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य को बाधा डालने एवं राशि गबन करने की शिकायत करने पर नगर पंचायत रोसड़ा के कई बार शिकायत करने के बावजूद भी अब तक किसी भी प्रकार का निष्कर्ष नहीं हुआ है ।
एनजीओ कर्मी से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि रोसड़ा नगर पंचायत में साफ सफाई हेतु एनजीओ सेवा शुल्क संस्था द्वारा साफ-सफाई से लेकर कचरा उठाने तक की कार्य उन्हें दिया गया है ।लेकिन कार्य में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा बाधा डाली जाती है। जिसको लेकर एनजीओ के कर्मी ने कई बार कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन दे चुके हैं।
अब मामला क्या है
वर्ष 2019 में नगर पंचायत रोसड़ा के कई वार्ड पार्षद की अलग-अलग स्टेटमेंट लगाई जा रही है कुछ वार्ड पार्षद का कहना है डोर टू डोर कचरा उठाया जाए, तो कुछ अपनी अपनी अलग-अलग ओपिनियन रख रहे हैं। बता दें कि साफ-सफाई से लेकर अन्य कार्य के लिए रोसड़ा नगर पंचायत में हर वर्ष टेंडर होती है। टेंडर के दौरान कई सोशल वर्क करने वाली ट्रस्ट, एनजीओ अपनी-अपनी टेंडर फॉर्म भरते हैं। लेकिन स्थानीय राजनीतिक में लिप्त स्थानीय लोग इंटरेस्ट या एनजीओ को स्वतंत्र रूप से कार्य करने में बाधा डालती है। इसलिए कई दिनों से नगर पंचायत के अलग-अलग वार्ड पार्षद से उनकी सोच एवं दूर दृष्टि अखबार में प्रकाशित किया जा रहा है। लेकिन इनकी तह तक जाने की जरूरत किसी अखबार या पदाधिकारी को उचित नहीं लग रहा है।