बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट:-
बिहार सरकार द्वारा सारा संसाधन देने के बावजूद उत्क्रमित मध्य विद्यालय हनुमान नगर 2 के शिक्षकों में 12:00 बजे लेट नहीं 3:00 बजे भेंट नहीं की स्थिति बनी हुई है।
मध्य विद्यालय होते हुए भी इस विद्यालय में कुल नामांकन 247 छात्र छात्रा है एवं उपस्थिति की बात करें तो लगभग 40 से 45 की संख्या में छात्र छात्रा विद्यालय में उपस्थित हो पाते हैं।
11:00 बजे तक विद्यालय में 6 शिक्षक एवं शिक्षिकाएं में से मात्र 3 उपस्थित हुए ।जिनका नाम शिक्षक चंद्र भूषण कुमार ,नजीर हुसैन आखरी में पहुंची माला कुमारी।
विद्यालय खुलने की बात करें तो 10:15 तक विद्यालय में ताला लटकी हुई थी ।ग्रामीण के द्वारा रोसरा शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचना दी गई थी ।साथ ही रोसरा प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी सूचना दी गई।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक नीलू कुमारी बिना सूचना दिए विद्यालय से फरार मिली ।ना ही उनका अब्सेंट का आवेदन विद्यालय में जमा थी और ना ही किसी को प्रभार देकर विद्यालय से गई ।जब उनके ही शिक्षक चंद्र भूषण कुमार से पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट रूप में कहा कि प्रधानाध्यापक नीलू कुमारी ना ही आवेदन की छुट्टी का और ना ही किसी को प्रभार दिया है ।इसलिए विद्यालय से संबंधित किसी भी प्रकार का जानकारी नहीं दे सकते हैं।
वहीं पर दो शिक्षक विद्यालय में 12:00 बजे तक उपस्थित नहीं हो पाए।
बताते चलें कि 11:00 बजे विद्यालय में विद्यालय प्रार्थना चल रही थी। उस प्रार्थना के दौरान मात्र 12 से 15 छात्र-छात्रा भाग ले पाई। वहीं पर बात करें विद्यालय की शौचालय की तो एक शौचालय रूम में काला लटकी रहती है ।क्योंकि उन शौचालय को सिर्फ शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपयोग करते हैं और बाकी के छात्र-छात्रा खुले में शौच करने को मजबूर हैं ।वहीं पर कचरे की बात करें तो विद्यालय में कचरे की अंबार लगी हुई है ।मिड डे मील बनाने वाली जगह पर गंद इतनी फैली हुई है ।पिल्लू दिखाई दे रहा था ।उसी जगह पर बच्चे के लिए मध्यान भोजन बनाई जा रही थी ।मध्यान भोजन बनाने के दौरान रसोईया ने बताया कि लगभग 6 महीने से लकड़ी की चूल्हा पर ही मध्यान भोजन बन रहा है। वहीं पर रसोईया ने भी बताई कि विद्यालय के एक रूम में बच्चे के मध्यान भोजन बनाने के लिए लकड़ी रखी हुई है।
बच्चे का मध्यान भोजन जैसे बन कर तैयार होता है तो चावल को विद्यालय के फर्श पर यूं ही रख दिया जाता है ।छात्र छात्रा ने भी बताया कि कभी-कभी बने चावल में फर्श पर रखने के कारण कीड़ा मकोड़ा भी पड़ जाता है ।उस बल को भी हम लोगों को खाना पड़ता है। छात्र छात्रा ने भी बताया कि इस वर्ष में पिछले शुक्रवार को आधा अंडा दिया गया।
विद्यालय में शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को तथा छात्र-छात्राओं को जोड़ घटाव एवं वर्णमाला का भी ज्ञान नहीं है ।पढ़ाई की स्थिति बद से बदतर है ।बच्चे अपने विद्यालय का नाम अभी नहीं जानते अभी तक छात्र छात्राओं को पोशाक छात्रवृत्ति एवं किताब की राशि नहीं मिली है दुर्भाग्य है विद्यालय की।
ग्रामीण का क्या कहना है-
ग्रामीण का कहना है विद्यालय की दुर्दशा को देखकर जब भी ग्रामीण विद्यालय की समस्या को लेकर प्रधानाध्यापक नीलू कुमारी के पास जाते हैं मैडम झूठा मुकदमा में फंसाने का धमकी देते रहते हैं ।ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि पिछले बार ग्रामीण के विरोध में रोसरा थाना में आवेदन दिया गया था। जिस के डर से लोग विद्यालय तरफ झांकने से भी कतराते हैं ।ग्रामीणों ने यह भी कहा कि विद्यालय की दुर्दशा इतनी खराब है कि लोग अपने अपने बच्चे को इस विद्यालय से निकालकर किसी अन्य विद्यालय में पढ़ाने के लिए भेजने पर मजबूर एवं विवश हैं।
विद्यालय के शिक्षा समिति के सचिव क्या कहा
शिक्षा सचिव मीरा कुमारी ने बताया कि विद्यालय की स्थिति इतनी खराब है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक नीलू कुमारी अपनी मनमानी करते हैं ।विकास मद में जो भी पैसा आया कहां खर्च की कैसे खर्च की यह भी नहीं बताती है ना ही विद्यालय के उत्थान के बारे में कभी ग्रामीण एवं शिक्षा शिक्षा समिति की बैठक की है ।इससे यही लग रहा है कि आने वाला कल इस विद्यालय में छात्र छात्रा नहीं दिखेगा। सिर्फ शिक्षक ही विद्यालय में दिखेंगे। शिक्षा समिति के सचिव मीरा कुमारी विकास मद में जो ₹75000 आया उसका भी अभी तक कोई लेखा-जोखा नहीं है। मीरा कुमारी ने भी बताई कि आठवां क्लास के छात्र आज मीरा कुमारी ने भी बताई कि आठवां क्लास के छात्रा बड़ी होती है। शौचालय में ताला लटके होने के कारण शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर है।