बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
केंद्र सरकार ने अगर 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन हटाने का फैसला ले भी लिया तो देश भर के स्कूल और कॉलेज नहीं खुलेंगे। कोरोना को लेकर बनायी गयी सरकार की सबसे हाई लेवल कमेटी ने इसकी सिफारिश कर दी है। यानि 15 मई तक देश भर के स्कूल-कॉलेज समेत दूसरे कई संस्थान नहीं खुलने जा रहे हैं।
ग्रुप ऑफ मिंनिस्टर्स ने कर दी सिफारिश
दरअसल केंद्र सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए सुझाव देने के लिए मंत्रियों का समूह यानि ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स बनाया है। इस ग्रुप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं।ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने आज अपनी सिफारिश दी है। इसमें स्कूल कॉलेज समेत भीड भाड़ वाले दूसरे जगहों को 15 मई तक बंद रखने को कहा गया है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने पाया कि देश में अभी भी कोरोना वायरस का गंभीर खतरा बना हुआ है। भीड भाड वाले जगहों से खतरा और बढ़ेगा।लिहाजा देश भर के स्कूल-क़ॉलेज, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, धार्मिक केंद्रों को कम से कम 4 सप्ताह और बंद रखा जाना चाहिये। सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये सुझाव दिया, जिस पर बाकी मंत्री भी सहमत थे।हालांकि आखिरी फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेना है। लेकिन माना यही जा रहा है कि ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के सुझाव को मान लिया जायेगा।
दरअसल देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं उनके यहां कोरोना वायरस का खतरा बरकरार है। ऐसे में लॉक डाउन की अवधि को और बढाया जाना चाहिये।