बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
मधुबनी: कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन लागू है। सरकार पंचायती राज जनप्रतिनिधियों से लॉकडाउन को सफल बनाने की गुहार लगा रही है लेकिन बिहार का एक मुखिया शराब पार्टी कर कोरोना को दूर भाग रहा था। हद देखिये जब पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस को ही धमकाना शुरू कर दिया।नशे में धुत्त मुखिया जी ने पुलिस को कहा कि उसकी औकात नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद .यादव से कम नहीं है।
मधुबनी में मुखिया की करतूत
वाकया मधुबनी के उदयपुर बिठुआर पंचायत का है, जहां के मुखिया पंकज कामती को नशे में धुत्त हालत में पुलिस ने धर दबोचा है। पंडौल के थानाध्यक्ष अनोज कुमार के मुताबिक उन्हें खबर मिली थी कि उदयपुर बिठुआर पंचायत के पंचायत सरकार भवन में शराब पार्टी चल रही है।खबर मिलने के बाद उन्होंने अपने थाने के एक ASI को पुलिस बल के साथ छापेमारी के लिए भेजा।
थानेदार ने बताया कि पुलिस को देखते ही पंचायत भवन से कुछ लोग निकल कर भागने लगे।पुलिस ने उन्हें खदेडा और उनमें से एक को पकड़ लिया।उसकी पहचान पंचायत के मुखिया पंकज कामती के रूप में हुई। मुखिया पंकज कामती ही सरकारी भवन में शराब पार्टी कर रहा था, जिसमें उसके कई सहयोगी शामिल थे।।
खुद को PM, CM के बराबर बता रहा था मुखिया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी के वक्त मुखिया नशे में धुत्त होकर पुलिस को ही धमकाने में लगा था।वह पुलिस को धमका रहा था कि उसे गिरफ्तार कैसे कर लिया गया। मुखिया ने कहा कि वे वो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की तरह का जनप्रतिनिधि है। प्रधानमंत्री अगर देश चला रहे हैं तो वो भी पंचायत चला रहा है।
पुलिस ने मुखिया को जेल भेजा
हालांकि पुलिस पर मुखिया का रौब काम नहीं आया।नशे में धुत्त मुखिया को मेडिकल जांच के लिए पंडौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। पुलिस ने मुखिया से पूछताछ में उन लोगों के भी नाम जान लिये जो इस शराब पार्टी में शामिल थे लेकिन पुलिस को देख कर भाग खड़े हुए थे। पंडौल पुलिस ने मुखिया और उसके तीन साथियों के खिलाफ शराबबंदी कानून के साथ साथ लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में FIR दर्ज किया है। मुखिया को जेल भेज दिया गया है। वहीं, शराब पार्टी में शामिल उसके साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।