भाजपा जिला अध्यक्ष और सपा जिला अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले ही प्रतापगढ़ सीएमओ के ऊपर लगाए थे गंभीर आरोप।
जनपद /प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पार्ट-2 में भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों की जांच तेज कर दी गयी है। शासन की कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार करने का आरोप प्रतापगढ़ के मुख्य चिकित्साधिकारी अरविन्द श्रीवास्तव पर भी लगे हैं।
वह योगी सरकार पार्ट-1 की सरकार में बेहद प्रभावशाली अफसरों में चर्चित रहे। यही कारण था कि जिले में तीन साल से अधिक समय से मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कुर्सी पर जमे अरविन्द श्रीवास्तव को कोई हिला नहीं सका।
अरविन्द श्रीवास्तव पर जानबूझकर एक्सपायरी डेट नजदीक होने वाली दवाओं की खरीद करने, कोरोना काल में भारी भ्रष्टाचार करने जैसे कई आरोप हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की कार्यशैली को देखते हुए विभाग ने शासन स्तर पर प्रतापगढ़ के सीएमओ अरविन्द श्रीवास्तव पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दिया है।
जांच के लिए समिति भी गठित कर दी गयी है।
जांच समिति की रिपोर्ट आते ही अरविन्द श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है।
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी साफ निर्देश दे रखा है कि एक ही स्थान पर तीन साल से जमे अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके तैनाती स्थल से हटाया जाये।
इस परिस्थिति में भी प्रतापगढ़ के सीएमओ अरविन्द श्रीवास्तव का हटाया जाना तय माना जा रहा है।
पिछले दिनों प्रतापगढ़ के भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने सीएमओ अरविन्द श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत की थी।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव ने भी सीएमओ अरविन्द श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाये थे।
ऐसा माना जा रहा है कि इन नेताओं की शिकायत का भी असर रहा है जिसके कारण सीएमओ के खिलाफ जांच शुरू की गयी है।
।। कमल शुक्ला की रिपोर्ट NAC न्यूज़ ।।