बिहार संवाददाता सिकंदर राय की रिपोर्ट
पटना : बिहार के डीजीपी ने कह दिया है कि लॉक डाउन का मतलब लॉक डाउन होता है। पलायन दुर्भाग्यपूर्ण है ।लेकिन हमने तैयारी भी पूरी कर ली है। गौरतलब है कि डीजीपी ने पहले भी कहा है कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों का नाम गुंडा रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा ।यहां तक उन्होंने कहा है कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले लोग लॉकअप में भेजे जा सकते हैं ।आज कोरोना पर आयोजिय मीटिंग के बाद डीजीपी ने कहा है कि देशभर में लॉक डाउन के बाद हो रहा पलायन दुर्भाग्यपूर्ण है।
बिहार से बाहर जो भी लोग हैं उन्हें वहां ठहर जाना चाहिए। नहीं तो संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा है कि जिस तरीके से दिल्ली ,राजस्थान और मुंबई से बिहार के लोग पलायित होकर घर वापस लौट रहे हैं यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है ।वर्तमान माहौल में यह ठीक नहीं ।
लेकिन अगर कोई घर आ रहा है तो उसके लिए भी तैयारी पूरी कर ली गई है। बता दे की बिहार से बाहर बसे मजदूरों के लिए लॉक डाउन किसी अभिशाप से कम नहीं ।लाखों बिहारी मजदूर सड़क पर आ गए हैं ।उन्हें खाना तक नहीं मिल रहा है । हजारों की संख्या में लोग पैदल बिहार उत्तर प्रदेश की तरफ निकल गए हैं।
इसे देखते हुए नीतीश कुमार ने भी गृह मंत्री अमित शाह से पलायन रोकने की मांग की थी। लेकिन आज यानी रविवार को कहा गया है। जो लोग भी आ रहे हैं उन्हें बिहार की सीमा पर कैंप में रखा जाएगा और उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।